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अनकहे अधूरे ज़ज्बात प्यार का वो अनछुआ पहलु ...एक सौगात आपके नाम

गुरुवार, 19 मई 2011

इंतज़ार

किताबों की बातें ......
किस्से-कहानियों की यादें ...
बचपन से जवानी का सफ़र उसी  हमसफ़र के इंतज़ार में काटे .......
सामना हुआ जब हमारा उनसे तब आगे के पल उनके इंतज़ार में काटे ...
 कुछ इस तरह हसरत -इ- दीदार में काटे ...... ........
किस से कहे हम हाले दिल अपना ...
किस से हम अपना दिल का दर्द बाटे...............

कटती नही है अब काली काली ये लम्बी रातें ......
चुभती है बारिश की बूंदे ..जलाती है चांदनी  रातें .....
उनके बिना हर पल अधूरा है ,अधूरी है  प्यार की सौगाते ............





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